Erectile Dysfunction in Hindi – कारण, लक्षण, और सही उपचार
क्या आपको इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या है या आप इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (Erectile Dysfunction in Hindi) के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो आप एक दम सही जगह पर आए हैं। आजकल लोगों की जिंदगी में विभिन्न प्रकार के उतार-चढ़ाव होते रहते हैं जिससे उन्हें अपने स्वास्थ्य संबंधित काफी सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। और इस खराब लाइफ़स्टाइल होने का सीधा असर उनके प्रजनन तंत्र अर्थात सेक्स लाइफ पर पड़ता है। आज के इस लेख Erectile Dysfunction in Hindi में सेक्स संबंधी समस्या इरेक्टाइल डिस्फंक्शन को विस्तार से जानेंगे तथा इसके कारण, लक्षण और उपचार के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
कुछ महत्वपूर्ण बातें जो अक्सर लोगों के द्वारा गूगल पर सर्च करी जाती है जैसे की erectile dysfunction test in hindi, इरेक्टाइल डिसफंक्शन आयुर्वेदिक दवा, erection problem in hindi, बिना साइड इफेक्ट के इरेक्टाइल डिसफंक्शन की सबसे अच्छी दवा, इरेक्शन बढ़ाने के घरेलू उपाय, इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए योग, erectile dysfunction meaning, इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए ओमेगा-3 की खुराक, पेनिस में इरेक्शन कैसे बढ़ाएं, इरेक्टाइल डिसफंक्शन की कौन सी दवा सबसे अच्छी है, 1 मिनट में पुरुषों का खड़ा हो जाए कौन सी क्रीम है आदि। इन सभी प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए हमारे इस लेख Erectile Dysfunction in Hindi को अंत तक जरूर पढ़ें।
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इरेक्टाइल डिस्फंक्शन क्या है? Erectile Dysfunction in Hindi
आजकल के खराब लाइफस्टाइल होने के कारण पुरुषों को बहुत सारी सेक्स अर्थात यौन संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अपने लेख Erectile Dysfunction in Hindi के माध्यम से अब हम आपको बताने जा रहे हैं स्तंभन दोष क्या होता है? स्तंभन दोष को ही मेडिकल भाषा में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन या ईडी (ED) कहा जाता है। इस समस्या में पुरुष जैसे ही अपने लिंग को अपने पार्टनर की वजाइना (योनि) में पेनिट्रेट करता है तो उसके पेनिस का तनाव कम हो जाता है और पेनिट्रेशन प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाती है। इसमें कभी-कभी ऐसा होता है कि पुरुष अपने लिंग के इरेक्शन को लंबे समय तक बरकरार नहीं रख पाते हैं और उत्तेजना के कुछ ही मिनटों में वे अपने लिंग के तनाव को पूर्ण तरीके से खो देते हैं। कुछ केस में पाया गया है कि इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की बीमारी जिन पुरुषों को है वे अपने लिंग में बिल्कुल भी इरेक्शन महसूस नहीं करते हैं अर्थात उनका लिंग तनावहीन हो जाता है।
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के मुख्य लक्षण क्या है? Symptoms Of Erectile Dysfunction
इसका सबसे मुख्य लक्षण तो हमने आपको ऊपर पैराग्राफ में बताया कि पुरुष अपने पार्टनर के साथ सेक्स क्रिया कर रहा होता है परंतु उसके लिंग में बिल्कुल भी तनाव नहीं आता है, तो इसे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन कहा जाता है। इसके अतिरिक्त स्तंभन दोष (इरेक्टाइल डिस्फंक्शन) के कुछ और लक्षण अपने लेख के माध्यम से आपको बताने जा रहे हैं जो कि निम्न प्रकार दिए गए हैं :
- जिन पुरुषों को स्तंभन दोष की समस्या होती है उनमें देखा गया है कि उनकी यौन इच्छा में भी कमी आने लगती है और वह अपना आत्मविश्वास धीरे-धीरे खो रहे होते हैं।
- ऐसे पुरुषों में लिंग उत्तेजना नहीं आती है और अगर आती भी है तो पुरुष जैसे ही महिला की योनि में लिंग प्रवेश करता है वैसे ही लिंग का तनाव खत्म हो जाता है। जिस कारण कुछ पुरुष डिप्रेशन में चले जाते हैं और वह अपने आप को हीन समझने लगते हैं।
- कुछ पुरुषों में स्तंभन दोष कुछ मिनट के लिए बना रहता है परंतु वे पुरुष चर्मसुख (orgasms) तक नहीं पहुंच पाते हैं अर्थात वे यौन क्रिया से संतुष्ट नहीं हो पाते हैं।
- इसके अतिरिक्त जिन पुरुषों को स्तंभन दोष होता है वे अपने आप में काफी उदास रहने लगते हैं और तरह-तरह की बातें सोच पर लज्जित महसूस करते हैं। ऐसे रोगियों का मन शांत रहने लगता है।
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के मुख्य कारण क्या है?
इस समस्या के कारणों को जानना बहुत जरूरी है इसलिए हम अपनी लेख Erectile Dysfunction in Hindi में आपको इन कारणों को विस्तार से बताएंगे ताकि आप भी कारणों को जिसे जान पाए और इन कारणों से परेश कर पाए। ये कारण निम्नलिखित हैं:
1. साइकोलॉजिकल कारण (Pshycological Causes)
कुछ लोगो में यह साइकोलॉजिकल समस्या होती है। ऐसा इसलिए होता है जब पुरुष पहली बार सेक्सुअल क्रिया करना चाहता है और उसके भीतर किस बात का डर एल, चिंता, उत्सुकता के कारण उसके लिंग में ठीक से तो नहीं आ पाता है, तो ऐसे खुश अपने आप को ही समझने लगते हैं जिसका सीधा असर उनके मस्तिष्क पर पड़ता है। क्योंकि ऐसे पुरुष यह मानने लगते हैं कि उनको शायद नपुसंकता या फिर कोई अन्य बीमारी है परंतु ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता है कोई भी सामान्य व्यक्ति के जीवन में एक या दो बार लेटर डिस्फंक्शन की समस्या देखने को जरूर मिलती है। एक ही बात को लेकर पुरुष बैठे रहे और अपने आपको हीन समझने लगे तो यह समस्या का हल नहीं है। शुरुआती दिनों में पुरुष को सम्भोग का कोई भी अनुभव नहीं होता है इसलिए भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन हो सकता है। अगर यह समस्या लगातार बनी है तो आप एक अच्छे सेक्सोलॉजिस्ट से संपर्क करें और अपनी एक अच्छी काउंसलिंग कराएं, इससे आपको बहुत लाभ मिलेगा।
2. शारीरिक कारण (Physical Causes)
- शारीरिक रूप से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि लिंग की रक्त वाहिकाएं किसी कारणवश ब्लॉक हो गई है या उसमें खून का आवागमन बहुत न के बराबर हो जाता है। तो इस केस में भी लिंग में तनाव नहीं आता है और अगर आता भी है तो वह इतना हार्ड नहीं होता है कि आपके पार्टनर की योनि को पेनेट्रेट कर पाए और संभोग क्रिया ठीक से हो पाए।
- कुछ पुरुष जिन्होंने जल्दी ही कोई pelvic region की surgery कराई हो या फिर पुरुषों का हाल ही में प्रोस्टेट कैंसर का उपचार किया गया हो। इस केस में क्या होता है कि लिंग को खून ले जाने वाले रक्त भावनाओं को क्षति पहुंचती है जिस कारण स्तंभन बनाए बनाए रखने में समस्या आने लगती है।
- यदि कोई व्यक्ति किसी बात से डिप्रेशन में चला गया हो या फिर उसे किसी प्रकार की मानसिक क्षति पहुंची हो तो भी उसमे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या देखने को मिलती है क्योंकि स्तंभन दोष का सीधा संबंध हमारे मस्तिष्क से होता है।
- यदि लंबे समय तक कोई व्यक्ति शराब और धूम्रपान कर रहा है तो उसकी नपुसंकता काफी चरम सीमा तक बढ़ जाती है। क्योंकि शराब, सिगरेट, तंबाकू कुछ ऐसे पदार्थ होते हैं जो हमारी योन प्रक्रिया पर सीधा असर डालते हैं।
- कुछ केस में देखा गया है जिन लोगों की रीढ़ की हड्डी में या फिर कमर से निचले के हिस्से, जिसे हम पेल्विक रीजन कहते हैं, में कोई चोट लग गई हो तो भी स्तंभन दोष की समस्या हो जाती है।
- यदि हमारे मस्तिष्क में उपस्थित पिट्यूटरी ग्लैंड तथा इससे संबंधित अन्य अंतः स्रावी ग्रंथियां किसी कारण से कुछ मुख्य हार्मोन जैसे कि टेस्टोस्टेरोन का स्रावण कम कर देती हैं, तो उसका सीधा-सीधा असर पुरुष के प्रजनन तंत्र पर पड़ता है और स्तंभन दोष का खतरा बढ़ता जाता है।
- कुछ पुरुष बॉडीबिल्डिंग के चक्कर में विभिन्न प्रकार के स्टीरॉयड प्रोडक्ट खाने लगते हैं जिसका सीधा असर उनके प्रजनन तंत्र पर पढ़ता है। शुरुआत में तो कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं लेकिन जैसे-जैसे स्टीरॉयड की मात्रा उनके शरीर में बढ़ती जाती है वैसे वैसे उनका जनन तंत्र कमजोर हो जाता है।
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का इलाज | Treatment Of Erectile Dysfunction
यह समस्या की बीमारी के कई कारण है, इसलिए इसे कई प्रकार के इलाज हो सकते हैं आपको यदि स्तंभन दोष की समस्या है तो आप अपने डॉक्टर से एक बार जरूर मिल लें। क्योंकि यदि आप किसी चिकित्सक से बात करेंगे तो आप का इलाज सही डायरेक्शन में किया जा सकेगा। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के बारे में इतना सब कुछ जानने के बाद अब हम अपने इस लेख Erectile Dysfunction in Hindi के माध्यम से आपको इसके कुछ सामान्य उपचार और इलाज के बारे में बताने जा रहे हैं:
दवाइयों से इरेक्टाइल डिसफंक्शन का इलाज
मार्केट में कुछ टेबलेट इरेक्टाइल डिस्फंक्शन को ठीक करने के लिए बेची जाती है, परंतु इन टेबलेट का असर सिर्फ थोड़े समय के लिए ही होता है परमानेंट इलाज में यह टेबलेट आपकी ज्यादा मदद नहीं करेंगी। यदि आपको सिर्फ एक या दो बार ही यह समस्या हुई है तब आप इन गोलियों का इस्तेमाल ना करें क्योंकि शुरुआती दिनों में सेक्स अनुभव कम होने के कारण इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या होना आम बात है। कुछ समय बाद यह समस्या अपने आप ही ठीक हो जाती है। टेबलेट के नाम हमें निम्न प्रकार बताएं:
- टेडलाफिल (Tadalafil)
- वार्डेनफिल (Vardenafil)
- सिल्डेनाफिल (Sildenafil)
- अवैनफिल (Avanafil)
हॉरमोन रिप्लेसमेंट थैरेपी से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का इलाज
टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर शरीर में कम होने के कारण स्तंभन दोष (इरेक्टाइल डिस्फंक्शन) की समस्या देखने को मिलती है। ऐसे पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है जिससे उनके शरीर में पुनः टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है और स्तंभन दोष की समस्या में काफी सुधार आता है।
एल-अर्जीनिन से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का इलाज
लिंग में इरेक्शन लाने के लिए नाइट्रिक ऑक्साइड नामक दिवस का बहुत बड़ा रोल है। यह प्रकार का अमीनो एसिड है को रक्त में घुलकर रक्त संचार में वृद्धि करता है। जिससे कि लिंग में भरपूर रक्त जाता है और हार्ड इरेक्शन आता है। यदि कोई व्यक्ति जिसे इरेक्शन की समस्या है वह 5 ग्राम l-arginine की टेबलेट या पाउडर फॉर्म में इसका इस्तेमाल करता है तो उसके इरेक्शन टाइमिंग में वृद्धि होती है। ऐसे पुरुषों को भोजन में उन चीजों का अधिक सेवन करना चाहिए जिसमें l-arginine की मात्रा अधिक हो।
घरेलू उपाय अपनाकर इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (ED) का इलाज
अभी तक हमने आपको स्तंभन दोष को ठीक करने के जितने तरीके बताए थे वे सब मेडिकेशन (चिकित्सीय) पर आधारित थे। अब हम आपको कुछ घरेलू उपायों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हे अपनाकर आप इरेक्टाइल डिस्फंक्शन अर्थात स्तंभन दोष की समस्या से निजात पा सकते हैं। ये घरेलू उपाय इस प्रकार है :
लहसुन (Garlic)
लहसुन के इस्तेमाल से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या को बहुत हद तक ठीक किया जा सकता है। क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण तथा Allicin नाम का एक पदार्थ पाया जाता है। जो आपके शरीर के रक्त संचार प्रणाली को भी बहुत सुधार में लाता है।
यदि आप मक्खन का प्रयोग लहसुन की दो से तीन कलियों के साथ करते हैं, तो भी आपको बहुत फायदा दिखेगा परंतु इन घरेलू उपायों को आपको करीब 1 से 2 महीने तक करना है तभी आपको एक स्पष्ट रिजल्ट देखने को मिलेगा।
अदरक (Ginger)
अदरक में बहुत प्रकार की कामोद्दीपक खूबियां पाई जाती है जो आपके इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या का खात्मा करने में बहुत सहायक होती है। इसके निरंतर इस्तेमाल से आपको शीघ्रपतन की समस्या से भी निजात मिलती है।
यदि आप अंडों का सेवन कर लेते हैं तो एक अंडे को उवाले तथा इसे पीस ले। अब अंडे में थोड़ा शहद लगभग एक चम्मच शहद और आधा चम्मच अदरक का पाउडर मिला लें। इस तैयार मिश्रण को आप 1 महीने तक रात में सोते समय ले लें। करीब 1 महीने तक ऐसा करने पर आप पाएंगे कि आपकी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या में काफी सुधार आया है।
केले (Bananas)
केला एक बहुत महत्वपूर्ण फल है जिसमें बहुत अच्छे औषधीय गुण होते हैं। सुबह शाम लगभग 3 से 4 केले शहद के साथ सेवन करने पर आपकी स्तंभन दोष की समस्या से धीरे धीरे निजात मिलने लगती है। यदि आप चाहें तो इस मिश्रण के साथ दूध का सेवन भी कर सकते हैं इससे आपकी समस्या में और भी अच्छा सुधार होगा।
बादाम (Almonds)
बाजार में विटामिन ई की उच्च मात्रा में उपस्थित होती है। विटामिन का मुख्य कार्य आपके बॉडी को रिलैक्स जाना है तथा इरेक्शन में मदद करना होता है। आप प्रतिदिन एक मुट्ठी बादामों को पानी में भिगोकर रख दें। रात में सोने से पहले अच्छे प्रकार से चबा चबा कर खा लें। आप बादाम के पाउडर का एक चम्मच एक गिलास दूध के साथ मिलाकर सेवन करें। एक से डेढ़ महीने तक निरंतर इसका सेवन करने पर आप महसूस करेंगे कि आपकी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या काफी हद तक कम हो गई है।
अक्सर पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न (FAQs)
प्रश्न – इरेक्टाइल डिसफंक्शन को ठीक करने का सबसे तेज़ तरीका क्या है?
उत्तर – इसके इलाज के लिए सबसे पहले कारण को जानना होगा। उसके पश्चात आप अपने नजदीकी सेक्सोलॉजिस्ट से संपर्क करें। उचित आहार लें , फलों का नियमित रूप से सेवन करें, कीगल एक्सरसाइज करें, स्मोकिंग और शराब का सेवन बिलकुल न करें । अगर समस्या अधिक जटिल है तो उचित तरीके से अच्छा इलाज करवाएं।
प्रश्न – इरेक्टाइल डिसफंक्शन किसके कारण होता है?
उत्तर – मनोविज्ञानिक कारण तथा शारीरिक कारण, दोनों में से कोई भी हो सकता है। मनोविज्ञानिक कारणों में चिंता, उदासी, कोई मानसिक दुःख आदि हो सकते हैं। तथा शारीरिक समस्या में हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल, रक्त परिसंचरण में खराबी, लिंग की रक्त वाहिकाओं में ब्लॉकेज या टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन में कमी आदि हो सकते हैं।
प्रश्न – पेनिस में इरेक्शन कैसे बढ़ाएं?
उत्तर – उचित आहार और व्यायाम (कीगल एक्सरसाइज) करके लिंग में इरेक्शन को बढ़ा सकते हैं। आप कुछ टेबलेट जैसे की सिल्डेनाफिल (वियाग्रा) और टैडालफिल (सियालिस) का सेवन temporary तौर पर कर सकते हैं।
प्रश्न – इरेक्टाइल डिसफंक्शन की कौन सी दवा सबसे अच्छी है?
उत्तर – इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए आप सिल्डेनाफिल (वियाग्रा) और टैडालफिल (सियालिस) का इस्तेमाल शुरुआती तौर पर कर सकते हैं। परन्तु इस दवाओं को अपनी आदत न बनाएं।
प्रश्न – पुरुषों का लिंग (penis) 1 मिनट में खड़ा (erection) हो जाए ऐसी क्रीम कौन सी है?
उत्तर – जल्दी लिंग खड़ा होने के लिए आप मैनफोर्स स्ट्रांग जेल (Manforce Stay Long Gel) का प्रयोग कर सकते हैं।
प्रश्न – क्या नपुंसकता ठीक हो सकती है?
उत्तर – हाँ, यदि शुरुताओं दिनों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ईडी) का सही से इलाज कर लिया जाये तो यह कुछ ही दिनों में ठीक हो जाती है।
प्रश्न – इरेक्टाइल डिसफंक्शन (स्तम्भन दोष) को ठीक करने में लगभग कितना समय लगता है?
उत्तर – इसको ठीक करने के लिए यदि आप आयुर्वेदिक उपाय अपना रहे हैं और आपको जल्दी ही में ये समस्या हुई है तो एक महीने से कम में ही यह समस्या ठीक हो जाती है। यदि आप एलोपैथी मेडिसिन ले रहे हैं तो यह समस्या और भी जल्दी ठीक हो जाती है परन्तु एलोपैथी उपचार परमानेंट उपचार हो यह संभव नहीं है।
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निष्कर्ष
हमने अपने आज की बेहतरीन लेख Erectile Dysfunction in Hindi में आपको इरेक्टाइल डिस्फंक्शन से संबंध बहुत सारी बातों का वर्णन किया। आशा करता हूं कि आप के सभी प्रश्नों का उत्तर आपको अच्छी तरह मिल चुका होगा। यदि आपको यह लेख पसंद आया हो तो आप अपने मित्रों में इसको शेयर कर सकते हैं। हम बहुत जल्दी मिलेंगे एक नए लिए के साथ अपनी इसी वेबसाइट पर तब तक के लिए नमस्कार साथियों। यह लेख Erectile Dysfunction in Hindi अंत तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। खुश रहिए, स्वस्थ रहिए!