पतंजलि की इस दवा को खाने से जल्दी गाढ़ा होता है वीर्य | Virya Kaise Badhaye
नमस्कार साथियों! यदि आप जानना चाहते हैं कि आप अपना कम Virya Kaise Badhaye तो आप एकदम सही जगह पर आए हैं। आजकल के खराब लाइफस्टाइल होने के कारण बहुत सारी बीमारियां मनुष्य को घेर लेती हैं। और तरह-तरह के उपायों की आवश्यकता मनुष्यों को पड़ती रहती है। आपने आज के इस लेख में पुरुषों से संबंधित समस्या का उल्लेख करेंगे। अर्थात आज के इस लेख Virya Kaise Badhaye आपको बताएंगे की पुरुष अपने कम वीर्य को कैसे घरेलू उपाय अपनाकर बढ़ा सकते हैं। कम शुक्राणु होने से पुरुष, पिता बनाने में बहुत सारी समस्याओं का सामना करता है। अतः इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें क्योंकि यह आपके लिए बहुत कारगर साबित हो सकता है।
कुछ ऐसे महत्वपूर्ण प्रश्न जो अक्सर लोगों के द्वारा पूछे जाते हैं वीय को गाढ़ा करने की दवा patanjali – , virya badhane ke upay, सबसे अच्छी दवा शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए, स्पर्म बढ़ाने की मेडिसिन, virya gada karne ki dawa, स्पर्म काउंट बढ़ाने की दवा, virya ko kaise badhaye, virya badhane ki dawa, कौन सी चीज खाने से वीर्य ज्यादा बनता है? क्या खाने से वीर्य गाढ़ा होता है? वीर्य संख्या कैसे बढ़ाएं? शरीर में वीर्य की कमी से क्या होता है? वीय को गाढ़ा करने की दवा, वीय कैसे बढ़ाये घरेलू उपाय, virya gada karne ki dawa himalaya, virya kaise badhaye kya khaye in hindi, स्पर्म बढ़ाने की मेडिसिन, इत्यादि के बारे में आज हम विस्तार से चर्चा करेंगे तो बिना किसी देर किये चलिए शुरू करते हैं आप आज का अपना बहुत ही महत्वपूर्ण लेख।
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शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने वाली आयुर्वेदिक दवाइयां
यदि आप अपने शुक्राणुओं की संख्या को जल्दी से बढ़ाना चाहते हैं तो आप घरेलू उपाय के साथ इन आयुर्वेदिक दवाइयों का सेवन भी कर सकते हैं। पतंजलि यौवनामृत वटी, पतंजलि शिलाजीत कैप्सूल, हिमालय स्पैमन टेबलेट, पतंजलि अश्वगंधा, कौंच बीज पाउडर, शतावरी पाउडर आदि कुछ प्रमुख औषधियां हैं जो आपको किसी भी पतंजलि स्टोर पर आसानी से मिल जाती हैं। इन्हे आपने ऑनलाइन भी मंगवा सकते हैं। इन आयुर्वेदिक दवाइयों के नियमित सेवन से लगभग 1 से डेढ़ महीने के अंदर आपको काफी सुधार देखने को मिलेगा।
पतंजलि दिव्य मूसली पाक, धातु रोग निवारक
धातु को गाढ़ा करने वाली यह आयुर्वेदिक औषधि पतंजलि सर्वोत्तम औषधि है। इसके अलावा, यह व्यक्तिगत समस्याओं के लिए रामबाण इलाज है। इसमें अश्वगंधा, गोखरू, हरीतकी, तेजपात, चित्रक, बंग भस्म, अकरकरा, बाला आदि विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियां शामिल हैं और यह पुरुषों में पतले वीर्य और शीघ्रपतन की समस्याओं के इलाज के लिए रामबाण है।
यह स्खलन के समय को बढ़ाने और शीघ्रपतन के लिए भी उपयोगी है। इनका नियमित सेवन करने से शुक्राणु की कमी दूर हो जाएगी। इस औषधि का प्रयोग गर्म दूध के साथ किया जा सकता है। यह बाजार में आसानी से उपलब्ध है. अधिक सेवन से बचें.
शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के अन्य तरीके | Virya Kaise Badhaye
हर कोई अपने लिए नेचुरल और बिना साइड इफेक्ट वाले तरीके ढूंढता है। तो आज हम अपने इस लेख Virya Kaise Badhaye के माध्यम से आपको बिना साइड इफेक्ट वाले घरेलू उपचार बताएंगे जिससे कि आप के स्पर्म की संख्या में वृद्धि होगी। यह उपाय निम्न प्रकार है –
अश्वगंधा का सेवन
अश्वगंधा एक बहुत प्राचीन और फिर से तो जड़ी बूटी है जिसका इस्तेमाल कई हजारों वर्षों से आयुर्वेद में स्पर्म अर्थात शुक्राणु की संख्या के सुधार में किया जा रहा। अश्वगंधा पुरुषों में निकलने वाले टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को बढ़ाता है और जिस कारण स्पर्म की संख्या बढ़ती है और भी स्वस्थ रहते हैं।
इसके अतिरिक्त मानसिक तनाव को भी कम करने में अश्वगंधा बहुत सहायक है। आप अश्वगंधा का इस्तेमाल पाउडर की फॉर्म में कर सकते हैं। इसके लिए आपको एक एक चम्मच अश्वगंधा हल्के गर्म दूध के साथ सुबह-शाम लेना है। 2 से 3 सप्ताह के अंदर आपको असर दिखना शुरू हो जाएगा। आपको लगभग 2 महीनों तक प्रतिदिन अश्वगंधा लेना है।
ट्रॉयबुलस का सेवन
इसे गोखरू के नाम से भी जाना जाता है। गोखरू के इस्तेमाल से सेक्स हार्मोन का उत्पादन बढ़ने लगता है और पुरुषों में निकलने वाले ल्यूटिनाइजिंग हारमोन (एल. एच.) और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के उत्पादन में वृद्धि होती है जिस कारण शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि होती है। गोखरू के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप गूगल पर भी सर्च कर सकते हैं।
लहसुन का सेवन
लहसुन के इस्तेमाल से शुक्राणुओं की संख्या में उत्पादन होता है क्योंकि लहसुन एक ऐसी चीज है जो प्राकृतिक कामोद्दीपक औषधि के रूप में कार्य करती है। लहसुन का इस्तेमाल से रुधिर परिसंचरण तंत्र में काफी सुधार देखने को मिलता है, तथा शीघ्रपतन और स्तंभन दोष जिसे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन कहा जाता है, कि समस्या में भी सुधार होता है। अपने दैनिक आहार में लहसुन को जरूर शामिल करें। आप सुबह शाम एक या दो टुकड़े शामिल कर सकते हैं।
उचित व्यायाम
प्रतिदिन व्यायाम करने से शरीर स्वस्थ रहता है और शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है। शोधों के मुताबिक यह पता लगाया गया है की जो पुरुष नियमित रूप से व्यायाम करते हैं उनके टेस्टोस्टरॉन लेवल अच्छा रहता है। अतः यह कहा जा सकता है कि व्यायाम करने से शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि होती है।
टाइट अंडरवियर
अधिक टाइट अंडरवियर पहनने से शुक्राणुओं के उत्पादन पर विपरीत प्रभाव पड़ता है और वीर्य का उत्पादन कम होने होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शुक्राणु निर्माण के लिए शरीर के तापमान से कम तापमान चाहिए होता है। यदि आप टाइट अंडरवियर पहनते हैं तो अंडकोष आपके शरीर के तापमान के बराबर तापमान पर ही रहते हैं, और शुक्राणुओं के उत्पादन में कमी होने लगती है।
कम शुक्राणु होने के क्या कारण हैं? | Cause Of Low Sperms
कम शुक्राणु होने के बहुत से कारण हो सकते हैं अपने इस लेख Virya Kaise Badhaye के माध्यम से आज हम आपको कुछ मुख्य कारणों के बारे में बताएंगे जिनकी वजह से आपके शरीर कि शुक्राणुओं की कमी होती जा रही है। कुछ मुख्य कारण में निम्न प्रकार हैं –
अधिक तापमान: शुक्राणु के निर्माण के लिए एक उचित तापमान चाहिए होता है। यदि उस उचित तापमान से अधिक तापमान कर दिया जाए तो यह शुक्राणुओं के उत्पादन में एक विपरीत प्रभाव डालता है। टाइट अंडरवियर और गर्म पानी के टब में बहुत अधिक समय तक बैठना आपके शुक्राणुओं की संख्या को प्रभावित करता है।
धूम्रपान और शराब: यदि कोई व्यक्ति नियमित रूप से धूम्रपान और शराब का सेवन करता है तो उसे शुक्राणुओं की संख्या में बहुत तेज से कमी होने लगती है और धीरे-धीरे यह समस्या जटिल हो जाती है।
हार्मोन असंतुलन: पुरुषों के शरीर में शुक्राणुओं के उत्पादन तथा देखरेख के लिए विभिन्न प्रकार के हार्मोन स्रावित होते हैं। जिनमें टेस्टोस्टेरोन हार्मोन सबसे मुख्य होता है। यदि इन हॉर्मोन में किसी प्रकार की गड़बड़ी हो जाती है तो ये शुक्राणु उत्पादन पर हानिकारक प्रभाव डालते हैं।
सोया पदार्थों का सेवन: कुछ रिसर्च में ऐसा पाया गया है कि जो पुरुष अधिक सोया खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं उनके टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर कम हो जाता है और स्पर्म संख्या और क्वालिटी बेकार हो जाती है।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न – कौन सी चीज खाने से वीर्य ज्यादा बनता है?
उत्तर – अश्वगंधा का सेवन, ट्रॉयबुलस का सेवन, अखरोट, डार्क चॉकलेट, अंडे, केले, लहसुन आदि के सेवन से वीर्य ज्यादा बनता है।
प्रश्न – क्या खाने से वीर्य गाढ़ा होता है?
उत्तर – कुछ आवश्यक खाद्य पदार्थ जैसे की दही, ग्रीन टी, केला, नींबू, राजमा, बादाम, लहसुन, अनार, साबुत अनाज व दालें, और दूध वाले पदार्थ आदि।
प्रश्न – स्पर्म भरने में कितना समय लगता है?
उत्तर – स्पर्म अर्थात शुक्राणु निर्माण की इस पूरी प्रक्रिया में लगभग 64 दिन के आसपास लगते हैं। शुक्राणुजनन के समय, आपके अंडकोष (Testis) प्रति दिन कई मिलियन स्पर्म का निर्माण करते हैं। यह संख्या लगभग 1,500 प्रति सेकंड हो सकती है।
प्रश्न – वीर्य को गाढ़ा करने की दवा पतंजलि कौन सी हैं ?
उत्तर – पतंजलि की इस दवा से सिर्फ कुछ दिनों में वीर्य गाढ़ा हो जाता है – Patanjali Divya Shilajit Rasayan, Patanjali Divya Abhrak Bhasma, Patanjali Divya swarn Bhasma, Patanjali Divya Badam Paak आदि के नियमित सेवन से पुरुष अपने वीर्य को गाढ़ा बना सकते हैं।
निष्कर्ष
हमने आज इस लेख Virya Kaise Badhaye में आपको बताया कि आप किन घरेलू उपाय को अपना कर अपने वीर्य को बढ़ा सकते हैं। इसके अतिरिक्त आपको हमने कुछ कारण बताए जिन से शुक्राणुओं के निर्माण की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। यदि आपको यह लेख (Virya Kaise Badhaye) से कुछ अच्छी जानकारी प्राप्त हुई हो तो आप इसको अन्य लोगों में भी शेयर करें ताकि उन्हें भी इस लेख का फायदा मिल सके। हमारा यह लेख पढ़ने के लिए बहुत धन्यवाद। हम बहुत जल्द मिलेंगे एक नए लेख के साथ तब तक के लिए नमस्कार साथियों।