जानिये प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण | Pregnancy Symptoms in Hindi
तो साथियों कैसे हैं? आपका बहुत स्वागत है हमारी इस बेहतरीन वेबसाइट पर। आशा करते हैं आप सभी लोग स्वस्थ होंगे और अपना जीवन खुशी से व्यतीत कर रहे होंगे। हमारा आज का यह लेख Pregnancy symptoms in Hindi महिलाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहा है। क्योंकि इस लेख में हम उन्हें प्रेगनेंसी से संबंधित लक्षणों के बारे में विस्तार से बताएंगे। साथ ही प्रेगनेंसी से संबंधित अन्य चीजों को भी समझाने का प्रयास करेंगे। हम अपने आर्टिकल के माध्यम से महिलाओं को प्रेगनेंसी के बारे में जागरूक करना चाहते हैं जिससे की मां और बच्चे स्वस्थ रहें।
कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न जो हम आज के इस लेख में चर्चा करने वाले हैं वह कुछ इस प्रकार है कि गर्भ ठहरने के कितने दिन बाद पता चलता है, पीरियड आने Aestheticsymbolslist से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण, 2 सप्ताह गर्भावस्था के लक्षण, प्रेगनेंसी के पहले महीने में क्या-क्या होता है, प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण कब दिखते है, प्रेग्नेंट होने के लक्षण फर्स्ट वीक, very early signs of pregnancy 1 week, आदि। तो मित्रों ज्यादा आपका टाइम खराब ना करते हुए अब सीधे अपने इस लेख Pregnancy symptoms in Hindi की ओर बढ़ते हैं।
प्रेगनेंसी के सबसे पहले हफ्ते में दिखने वाले मुख्य लक्षण
(Very Early Signs Of Pregnancy 1 Week)
प्रेगनेंसी के पहले हफ्ते में कुछ मुख्य लक्षण हम अपने इस लेख Pregnancy symptoms in Hindi में आपको विस्तार से बताने का प्रयास किया है आइए इन्हे समझते हैं।
सबसे शुरुआती लक्षण तो यही है कि प्रेगनेंसी के पहले हफ्ते में औरतों का मासिक धर्म (Periods) अर्थात पीरियड में हो जाता है। पीरियड की जगह होने हल्की-फुल्की ब्लडिंग भी देखने को मिल सकती है। यहां पर डॉक्टर से मिलने की सलाह दी जाती है। क्योंकि प्रेगनेंसी हो या ना हो पीरियड का मिस होना या फिर बहुत ही कम ब्लीडिंग होना महिलाओं की सेहत के लिए काफी नुकसानदायक देखा गया है।
महिलाओं में जी मिचलाने का लक्षण भी देखने को मिलता है। इसके अतिरिक्त उन्हें उल्टी होती है और बार-बार टॉयलेट करने की अर्ज भी लगी रहती है। यह सब लक्षण शुरुआती दिनों में ही रहते हैं और यह धीरे-धीरे अपने आप ही समाप्त हो जाते हैं। परंतु यदि उल्टी Shayaricollection बार-बार आ रही है और आपको परेशानी महसूस हो रही है तो आप डॉक्टर की सलाह लिए बिना कोई भी दवाई स्वयं ना खाएं क्योंकि इससे आपकी सेहत को और आपके पेट में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है।
प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों में मूड स्विंग भी काफी रहता है। मूड स्विंग से तात्पर्य है कि किसी चीज में मन ना लगना और थोड़ा चिड़चिड़ापन आ जाना। मुंह में कड़वापन देखने को मिल सकता है और फिर कोई चीज का स्वाद भी महिलाएं नहीं कर पाती हैं सिवाय खट्टी चीजों के। प्रेगनेंसी होने के उपरांत पैरों में सूजन आ जाती है और शरीर थका थका सा रहने लगता है। Biosaam महिलाएं अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करके प्रेगनेंसी है या नहीं इसकी पुष्टि अच्छी तरह से कर सकती हैं ताकि उन्हें आगे चलकर किसी दिक्कत का सामना ना करना पड़े।
प्रेगनेंसी की पुष्टि करने वाले लक्षण
हमने अभी आपको जो लक्षण बताए थे यदि उसी प्रकार के लक्षण हूबहू मैच कर रहे हैं तो आप प्रेगनेंसी को घर पर या किसी डॉक्टर की सहायता से चेक करवा सकते हैं।
मेडिकल स्टोर से प्रेगनेंसी किट लाकर उससे प्रेगनेंसी की जांच की जाती है इसके लिए प्रेगनेंसी किट में एक जांच पट्टी भी हुई होती है उस पर महिलाएं अपना थोड़ा सा यूरिन डालकर उसे 5 से 10 मिनट के लिए छोड़ दें। अब यदि प्रेगनेंसी किट में हल्की या गहरी गुलाबी रंग की लकीरें दिखाई दे तो प्रेगनेंसी किट पर लिखे हुए निर्देश के अनुसार आप उसे प्रेगनेंसी है या नही यह आसानी से समझ सकते हैं। usapulsnetwork
यदि प्रेगनेंसी किट से चेक करने के बाद भी प्रेगनेंसी को कंफर्म नहीं किया जा पा रहा है तो सबसे अच्छा तरीका अल्ट्रासाउंड होता है। आप अपने नजदीकी अस्पताल में जाकर अल्ट्रासाउंड करवा सकते हैं इससे प्रेगनेंसी का शत प्रतिशत पता लग जाएगा।
यदि प्रेगनेंसी है तो पहले महीने में क्या करना चाहिए?
अब हम अपने महत्वपूर्ण लेख Pregnancy symptoms in Hindi में आपको कुछ ऐसे तरीके बताएंगे जिन्हें आपको प्रेग्नेंसी के पहले दिन से लेकर 1 महीने तक इन बातों का ध्यान रखना है जो कि एक मां और बच्चे के लिए बहुत आवश्यक है।
- प्रेगनेंसी के पहले महीने में बिल्कुल भी भारी एक्सरसाइज ना करें, शरीर को एक्टिव रखने के लिए हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करने से कोई नुकसान नहीं है। परंतु कोई भी ऐसी एक्सरसाइज करने का प्रयास ना करें जो आपके लिए आसान नहीं है।
- आपको कब्ज और अपच से बचना है इसलिए प्रेगनेंसी के दौरान आपको एकदम ऐसा भोजन लेना है जो फाइबर से भरपूर हो और जो आसानी से पच जाए।
- डॉक्टर की सलाह लिए बिना कोई भी दवा स्वयं ना खाएं इससे आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
- प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में पानी की कमी ना हो इसके लिए आपको खुद को हाइड्रेटेड रखना है और लगभग 7 से 8 गिलास पानी रोज पीना है।
- अपनी डॉक्टर की सलाह लेकर आपको हेल्थी प्रोडक्ट और विटामिन सप्लीमेंट से भरपूर चीजें खानी है।
- महिलाओं को जरूरी है कि वह अपने आप को स्वच्छ रखें और खुश रहने का प्रयास करें। वह अपना मन अच्छी किताबें पढ़ने में लगाएं।
Pregnancy symptoms in Hindi से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण सवाल
प्रश्न – गर्भ ठहरने के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी का पता चलता है?
उत्तर – गर्भ ठहरने के लगभग 10 दिन बाद महिलाओं को गर्भवती होने के लक्षण दिखाई देने लगते हैं इसके लिए आप प्रेगनेंसी टेस्ट किट का इस्तेमाल भी कर सकती है।
प्रश्न – पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण क्या है?
उत्तर – कुछ सामान्य लक्षण देखने को मिल सकते हैं जैसे कि सीने में दर्द महसूस होना, उल्टियां होना, सर दर्द तथा शरीर में थकान देखने को मिलती है।
प्रश्न – प्रेगनेंसी के पहले महीने में क्या क्या होता है?
उत्तर -प्रेगनेंसी के पहले महीने को सामान्य लक्षण देखने को मिल सकते हैं जैसे कि अजीब सी कमजोरी शरीर में महसूस होना शरीर का तापमान बढ़ना मासिक धर्म का ना होना और मुंह में कसैला आ जाना। इसके अतिरिक्त और भी कई लक्षण है जो हमने अपने ऊपर लेख में विस्तार से बताएं हैं।
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निष्कर्ष
तो आज के इस जानकारी भरे लेख Pregnancy symptoms in Hindi में हमने आपको बताया कि प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं और महिलाएं इसे किस प्रकार आसानी से पहचान सकती हैं कि वह गर्भवती है या नहीं। आशा करते हैं कि आपको हमारे यह लेख Pregnancy symptoms in Hindi बहुत पसंद आया होगा और इसमें देवी जानकारी आपके काम आई होगी। यहां पर हम आपको एक बात बता दें कि यह जानकारी इंटरनेट के माध्यम से प्राप्त की गई है अतः एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। हम बहुत जल्द मिलेंगे एक नए लेख के साथ तब तक के लिए नमस्कार।