Human Digestive System in Hindi | मानव पाचन तंत्र | Explained
नमस्कार साथियों ! इस लेख में हम जानेंगे Human Digestive System in Hindi। मानव पाचन तंत्र से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातों को आज के इस लेख में समावेश करेंगे। आशा करता हुं दोस्तों की आपको हमारा यह लेख जरूर पसंद आयेगा। इसके अतिरिक्त आप हमारे इस आकर्षक ब्लॉग पर जाकर अन्य महत्वपूर्ण लेख भी पढ़ सकते हैं। मानव पाचन तंत्र परीक्षा की दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण विषय है।
चलिए अब उन प्रश्नों और महत्वपूर्ण बिंदुओं को जान लेते हैं जो हमारे इस लेख का विषय रहेंगे। जो की इस प्रकार हैं की पाचन तंत्र का मुख्य अंग क्या है, Human Digestive System in Hindi, पाचन तंत्र के कितने अंग होते हैं, पाचन तंत्र कितने प्रकार के होते हैं, manushya ka pachan tantra, पाचन कहाँ पूर्ण होता है, डाइजेस्टिव सिस्टम क्या है इन हिंदी, आदि। तो चलिए बिना ज्यादा टाइम गवाए शुरू करते हैं अब अपना आज का महत्वपूर्ण लेख मानव पाचन तंत्र।
मानव पाचन तंत्र क्या है? Human Digestive System in Hindi
मनुष्य में भोजन को पचाने के लिए जिस तंत्र का उपयोग होता है उसे मानव पाचन तंत्र (human Digestive System) कहा जाता है।जब जटिल रासायनिक तथा भौतिक विधियों के द्वारा भोजन के बड़े-बड़े कणों को सूक्ष्म, सरल, और घुलनशील एवं अवशोषण योग्य भोज्य पदार्थ में परिवर्तित कर दिया जाता है तो इसे पाचन (Digestion) कहा जाता है। साधारण शब्दों में अभी हम आप को समझाने का प्रयास करें तो पाचन वह क्रिया है जिसके द्वारा भोजन के जटिल अणुओं को तोड़कर सरल अणुओं में बदला जाता है। और यह सरल अणु, शरीर की कोशिकाओं द्वारा अवशोषित कर लिए जाते हैं। और अंततः रक्त में जाकर घुल जाते हैं।
पाचन की क्रिया के कितने चरण होते हैं?
पाचन क्रिया को सामान्यता 5 चरणों में विभाजित किया गया है। इन चरणों के नाम हैं अंतर्ग्रहण, पाचन, अवशोषण, स्वांगीकरण तथा निष्कासन। इन पांच चरणों में पाचन की क्रिया पूर्ण होती है। अब हम आपको अपने इस लेख Human Digestive System in Hindi के अंदर इन पांचों के बारे में डिटेल में समझाते हैं।
अंतर्ग्रहण : जब हम भोजन को अपने मुख में रखते हैं तो यह क्रिया अंतर्ग्रहण कहलाती है।
पाचन : भोजन के मुख में पहुंचने के बाद इसको पीटना शुरू कर दिया जाता है। तथा विभिन्न एंजाइमों के द्वारा इसको अच्छी तरह से बचाया जाता है और इसी क्रिया को भोजन का पाचन कहते हैं।
अवशोषण : जब भोजन को अच्छी तरह से पचा दिया जाता है अर्थात भोजन का पाचन अच्छी तरह से हो जाता है तब भोजन से प्राप्त महत्वपूर्ण ऐसे पदार्थों को अंतरियो के द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है और इसी क्रिया को अवशोषण कहा जाता है।
स्वांगीकरण : इस क्रिया में अवशोषित किए गए महत्वपूर्ण पोषक पदार्थों को रक्त में मिला दिया जाता है।
निष्कासन या बहिष्करण : इसका अर्थ होता है मल त्याग करना। इस चरण में अपच भोजन को मल त्याग की क्रिया द्वारा शरीर से बाहर निष्कासित या बहिष्कारित कर दिया जाता है।
शरीर में विभिन्न स्थानों में पाचन की क्रिया
मानव के शरीर में पाचन की क्रिया शरीर के विभिन्न भागों में होती है। आइए अपने इस महत्वपूर्ण लेख Human Digestive System in Hindi के माध्यम से उन्हें विस्तार से समझते हैं –
मुखगुहा में पाचन की क्रिया (Digestion in Buccal cavity)
जैसे ही हम भोजन को अपने मुंह के अंदर रखते हैं इसे दांतो के द्वारा पीसना शुरू कर दिया जाता है। हमारी जीत भोजन के स्वाद को समझने का प्रयास करती है और भोजन में लार को अच्छी तरह से मिला देती है जिससे कि है चिपचिपा पदार्थ में बदल जाता है। इस चिपचिपे पदार्थ को बोलस कहा जाता है। लार में टायलिन एंजाइम उपस्थित होता है। जो भोजन में उपस्थित स्टार्च को माल्टोज में बदल देता है। इसके पश्चात माल्टोज शुगर को maltase enzyme के द्वारा ग्लूकोस में बदल दिया जाता है।
आमाशय में पाचन की क्रिया (Digestion in stomach)
मुख गुहा में उपस्थित लार मैं अच्छी तरह से मिला हुआ भोजन का गोला ग्रास नली के द्वारा निकल लिया जाता है और वह क्रमाकुंचन गति के कारण ग्रास नली से होते हुए अमाशय तक पहुंचता है। जैसे ही भोजन आमाशय में पहुंचता है इसका पाचन होना शुरू हो जाता है। भोजन में उपस्थित प्रोटीन का पाचन आमाशय में प्रारंभ हो जाता है एवं वसा का पाचन भी अमाशय में ही शुरू होता है।
आमाशय में विभिन्न प्रकार की ग्रंथियां पाई जाती हैं जो भोजन को पचाने में बहुत सहायक होती हैं। पाइलोरी ग्रंथि आमाशय में उपस्थित होती है जिससे जठर रस निकलता है। कुछ कोशिकाएं जैसे कि ऑक्जेंटिक कोशिकाएं, आमाशय की दीवार में मौजूद होती हैं जो HCL का स्राव करती हैं, HCL का मुख्य कार्य भोजन को अम्लीय माध्यम प्रदान करना है क्योंकि आमाशय में उपस्थित भोजन को पाचित करने वाले एंजाइम अम्लीय माध्यम में ही सक्रिय होते हैं।
जठर रस में दो एंजाइम उपस्थित होते हैं जिनका नाम पेप्सिन और रेनिन होता है। यह दोनों एंजाइम में प्रोटीन के पाचन में सहायता करते हैं। दूध में उपस्थित प्रोटीन का पाचन रेनिन एंजाइम के द्वारा किया जाता है। दूध में कैसीन प्रोटीन होती है इस प्रोटीन को रेनिन एंजाइम सबसे पहले ठोस प्रोटीन कैल्शियम पैराकासिनेट में बदलता है इसके पश्चात इस ठोस प्रोटीन कैल्शियम पैराकासिनेट को पेप्सिन के द्वारा पेप्टोंस में बदल दिया जाता है। आमाशय में एक अन्य उपस्थित होता है जिसे जठरीय लाइपेज कहते हैं और यह वसा का पाचन करता है।
छोटी आंत में पाचन की क्रिया (Digestion in small intestine)
जब भोजन का पाचन आमाशय में हो जाता है उसके बाद ही छोटी आंत में पहुंचता है। मानव के पाचन तंत्र में कुछ महत्वपूर्ण ग्रंथियां जैसे कि लीवर अग्न्याशय और पित्ताशय अपना अपना स्राव छोटी आंत में पहुंचा देते हैं। जब यह तीनों प्रकार की ग्रंथियों से निकलने वाले रस, भोजन के साथ आकर मिलते हैं तब यहां पर भोजन का पूर्ण पाचन होता है। छोटी आत में भोजन का पाचन क्षारीय माध्यम में होता है और भोजन को क्षारीय बनाने के लिए पित्ताशय (gall bladder ) एवं अग्न्याशय (pancrease) के रस सहायक होते हैं।
छोटी आत को आहार नाल का सबसे अधिक लंबाई वाला भाग माना गया है और आहार नाल के इसी मुख्य भाग में भोजन का पूर्ण पाचन हो जाता है। छोटी आंत में 3 एंजाइम पाए जाते हैं ट्रिप्सिन एंजाइम प्रोटीन पर कार्य करके उसको पॉलिपेप्टाइड और अमीनो एसिड में बदल देता है। एमाइलेज एंजाइम, starch पर कार्य करके सरल शुगर में बदल देता है और लाइपेज एंजाइम वसीय पदार्थों पर कार्य करके इनको ग्लिसरोल और फैटी एसिड में बदल देता है। फैटी एसिड को हिंदी में वसीय अम्ल कहते हैं।
बड़ी आंत में पाचन की क्रिया (Digestion in large intestine)
छोटी आंत से पाचन पूर्ण होने के बाद भोजन बड़ी आंत में आ जाता है। पाचन तंत्र के इस भाग में कुछ कोशिकाएं होती हैं, जिन्हे goblet cells कहते हैं। यह कोशिकाएं श्लेष्म (mucus) का स्रावण करती हैं। जो अपच भोजन को चिकना बनाती हैं। भोजन में जितना जल उपस्थित होता है, उसे अवशोशित कर लिया जाता है, जिसके फलस्वरूप अब यह अपच भोजन गाड़ा हो जाता है। इसी अपच भोजन को मल कहते हैं। इस मल को शरीर से बाहर त्याग दिया जाता है।
मानव पाचन तंत्र का चित्र
कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न (Some Important Questions)
प्रश्न – पित्त रस में कोन कोन से वर्णक पाए जाते हैं?
उत्तर – पित्त रस में दो महत्वपूर्ण वर्णक बाइलीरुबिन एवं बिलीवर्डिन पाए जाते हैं।
प्रश्न – पाचन कहाँ पूर्ण होता है?
उत्तर – छोटी आंत में भोजन का पाचन पूर्ण हो जाता है।
प्रश्न – लार में कोन सा एंजाइम उपस्थित होता है?
उत्तर – लार में टायलिन एंजाइम उपस्थित होता है।
प्रश्न – मनुष्य में कुल कितने जोड़ी लार ग्रंथियां (salivary Glands)पाई जाती है?
उत्तर – मानुष में कुल तीन जोड़ी लार ग्रंथियां पाई जाती हैं।
निष्कर्ष
साथियों ने आज के इस महत्वपूर्ण लेख Rgbutc Human Digestive System in Hindi में आपको पाचन तंत्र से संबंधित बहुत सारी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है, जिससे संबंधित कई प्रश्न बोर्ड परीक्षाओं और विभिन्न प्रकार के प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। यदि हमारा मानव पाचन तंत्र पर लिखित यह लेख (Human Digestive System in Hindi) पसंद आया हो तो आप इस जानकारी को अन्य मित्रों में भी साझा कर सकते हैं। हम बहुत जल्द मिलेंगे आपसे एक नए लेख के साथ।