किण्वन किसे कहते हैं? – क्रिया, प्रकार, उदाहरण, उपयोग

तो दोस्तों कैसे हैं आप? आपका बहुत-बहुत स्वागत है हमारे इस वेबसाइट पर, बायोलॉजी से जुड़ा एक नए लेख के साथ। बहुत रोमांचक भरा रहेगा क्योंकि इसको पढ़ने के बाद आप विभिन्न प्रकार के किण्वन के बारे में विस्तार से जान पाएंगे। शराब, व्हिस्की, ब्रांडी, रम, आदि को तैयार करने के लिए किस प्रक्रिया का प्रयोग होता है यह भी हमारे आर्टिकल किण्वन किसे कहते हैं में अच्छे से समझाया गया है। किण्वन किसे कहते हैं, आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण लेख साबित होने जा रहा है कृपया इसे अवश्य पढ़ें। अंत तक पढ़ते-पढ़ते आप इसके बारे में बहुत कुछ जान जाएंगे।
हमारे आज के इस लेख किण्वन किसे कहते हैं में कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों को भी रखा गया है जो अक्सर परीक्षा में पूछ लिया जाते हैं, वे कुछ इस प्रकार हो सकते हैं कि किण्वन का कार्य क्या है, 10 वीं कक्षा में किण्वन क्या है, किण्वन क्या है और इसके उपयोग क्या हैं, किण्वन में कौन सी गैस उत्पन्न होती है, किण्वन क्या है और किण्वन के प्रकार, What is fermentation, किण्वन की खोज किसने की, kinvan kya hai, kinwan kya hai, what is fermentation in hindi (किण्वन किसे कहते हैं), fermentation kya hota hai, इत्यादि।
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किण्वन किसे कहते हैं? | What is fermentation in Hindi
किण्वन की खोज सर्वप्रथम लुइस पाश्चर ने की थी। किण्वन एक प्रकार की जैव -रासायनिक अभिक्रिया होती है, इसे इंग्लिश में Fermentation कहा जाता है। इस क्रिया में बड़े जटिल कार्बनिक यौगिकों को छोटे व सरल कार्बनिक यौगिकों में सूक्ष्मा जीवो जैसे कि बैक्टीरिया और कवक, के द्वारा विघटित कर दिया जाता है। यह एक ऐसी रासायनिक क्रिया होती है जिसमें ऑक्सीजन की जरूरत नहीं पाई जाती है। अतः इसे हम अनोक्सीजनिक भी कह सकते हैं। यहां ध्यान देने योग्य बात यह है की वे ही सुक्ष्म जीव क्रिया कर सकते हैं जिन्हें किसी भी रूप में ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं पड़ती है। उदाहरण के लिए Saccharomyces, Lactobacillus, Clostridium, Escherichia coli, इत्यादि।
यह सूक्ष्मजीव औद्योगिक स्तर पर अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं क्योंकि इनके इस्तेमाल से ही विभिन्न प्रकार के कार्बनिक यौगिकों का निर्माण हुआ है जैसे कि शराब, बीयर, दही, लैक्टिक एसिड आदि। जब किण्वन की क्रिया चलती है तो हमें ऊर्जा के रूप में एटीपी प्राप्त होती है। एटीपी का पूरा नाम होता है एडिनोसिन ट्राई फास्फेट। किण्वन की क्रिया में कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलती है।
किण्वन कितने प्रकार का होता है? | Types Of Fermentation
अब हम अपने लेख किण्वन किसे कहते हैं के माध्यम से आपको इसके प्रकार बताएँगे। किण्वन निम्नलिखित चार प्रकार के होते हैं जो नीचे विस्तार से बताए गए हैं :-
लैक्टिक एसिड किण्वन : जब ग्लूकोस का ऑक्सीकरण करने पर अंतिम उत्पाद लैक्टिक एसिड के रूप में प्राप्त होता है, तो इसे लैक्टिक एसिड किण्वन कहा जाता है। लैक्टिक एसिड केकड़ वन को पुनः दो भागों में बांट दिया गया है –
- होमोलेक्टिक किण्वन – इस प्रकार के किण्वन से ग्लूकोस से मात्र सिर्फ एक प्रकार का योगिक इस्तेमाल होता है।
- हेट्रोलैक्टिक किण्वन – इस प्रकार के किण्वन में ग्लूकोस से इथेनॉल के अतिरिक्त अन्य उत्पादन प्राप्त होते हैं जैसे कि जल और कार्बन डाइऑक्साइड।
मादक किण्वन : जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट है कि इसमें मादक पदार्थों को तैयार किया जाता है। इस प्रकार के क्रम में ग्लूकोस का उपयोग किया जाता है और परिणाम स्वरूप इथेनॉल तथा कार्बन डाइऑक्साइड प्राप्त होती है। और यहां पर हम बैक्टीरिया या फिर यीस्ट कवक का इस्तेमाल करते हैं।
ब्यूटीरिक किण्वन : सूक्ष्म जीवाणुओं की उपस्थिति में जब लेक्टोज का किण्वन किया जाता है तब यह ब्यूटीरिक एसिड और गैस में बदल जाता है इस प्रकार के किण्वन को ब्यूटीरिक किण्वन कहते हैं।
मिश्रित अम्ल किण्वन: मिश्रित अमल किरन से तात्पर्य ऐसे किलबर्न से है जिसमें विभिन्न प्रकार के कार्बनिक अम्ल तथा उसके डेरिवेटिव योगिक प्राप्त होते हैं। और हम इस प्रकार के किण्वन से लैक्टिक एसिड, इथेनॉल, फार्मिक एसिड, एसिटिक एसिड, कार्बन डाइऑक्साइड, आदि यौगिकों का उत्पादन कर सकते हैं।
किण्वन के बहुत मुख्य उदाहरण | Examples Of Fermentation
दही ( दूध का किण्वन) : लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया के द्वारा तैयार किया जाता है तथा यह बहुत मुख्य प्रकार का पदार्थ है जो हमारे घरों में खाया जाता है।
ब्रेड (गेहूं के आटे काग्लू जेली ) : यह ईस्ट कवक के द्वारा करवाया जाता है और इसमें अल्कोहल भी प्राप्त होता है।
पनीर (किण्वन दुग्ध) : प्रोपियोनिबैक्टीरिया, पनीर के निर्माण में उपयोग किया जाता है इसके साथ ही इस काम को लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया भी इस काम को करने में मदद करता है।
शराब और अन्य ड्रिंक्स (अंगूर की सरकार से तैयार) : खमीर द्वारा गन्ने के रस आदि से शराब और अन्य प्रकार की शराब तैयार की जाती है।
कॉफी और कोक (फलों के सरकार से किण्वन) : कॉफी और को का निर्माण करने के लिए लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया की तथा ईस्ट कवर की आवश्यकता होती है।
किण्वन के बहुत मुख्य उपयोग | Applications Of fermentation
दही (Curd): दही का निर्माण दूध में लैक्टोबैसिलस बैक्टीरिया और सामान्यतः एलाइस्टिकस दुग्ध द्वारा होता है। ये बैक्टीरिया दूध के लैक्टोज़ शर्करा को लैक्टिक अम्ल में परिवर्तित करते हैं, जिससे दूध जमा होता है और दही बन जाती है।
अचार (Pickel): अचार का निर्माण विभिन्न सब्जियों के फ़ेर्मेंटेशन के माध्यम से होता है। इसमें सब्जियों को सल्ट और अन्य सामग्री के साथ रखा जाता है, जिससे सब्जियों के अंदर बैक्टीरिया और फंगस का विकास होता है और अचार की मिश्रणता में रसायनिक परिवर्तन होता है।
अन्य बेकरी और रसोईघर के उत्पाद (Bakery Industries): जब हम अनाज या आटा को खमीर (यीस्ट) के साथ मिश्रित करके पकाते हैं, तो यह खमीर खाद्य सामग्री में मौजूद कार्बन हाइड्रेट को आमदन करता है और कार्बन डाइऑक्साइड और एल्कोहल उत्पन्न करता है, जिससे बटर और गैस उत्पन्न होती है और बेकरी उत्पादों का फूलना होता है।
शराब और पेय पदार्थ (Alcohol and Drinks): विन, बीयर, शराब और अन्य शराबी पदार्थ बनाने के लिए फ़ेर्मेंटेशन का उपयोग किया जाता है। खमीर बैक्टीरिया खाद्य सामग्री के अंदर मौजूद कार्बन हाइड्रेट को आमदन करते हैं और उसे एल्कोहल में परिवर्तित करते हैं, जिससे शराबी पदार्थ उत्पन्न होते हैं।
चाय का आपूर्ति (Tea production): चाय की पत्तियों को फ़ेर्मेंटेशन के माध्यम से उपयोगी गुणों के लिए रखा जाता है। चाय पत्तियों को धूप में सुखाने के बाद उन्हें आवश्यक सामग्री के साथ रखा जाता है, जिससे पत्तियों में रसायनिक परिवर्तन होता है और चाय का स्वाद और गुणवत्ता में सुधार होती है।
चमड़े का रंगाई (Leather Coloring): चमड़े का रंगाई करने के लिए फ़ेर्मेंटेशन प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है। यह प्रक्रिया चमड़े के केमिकल संरचना में परिवर्तन लाती है और इसे स्थायी रंग और उच्च गुणवत्ता प्रदान करती है।
एंटीबायोटिक्स की तैयारी (Production Of Antibiotics): कुछ ऐसे जीवाणु और बैक्टीरिया होते हैं जो फ़ेर्मेंटेशन के माध्यम से एंटीबायोटिक्स उत्पन्न कर सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न – किण्वन का कार्य क्या है?
उत्तर – इस क्रिया में बड़े जटिल कार्बनिक यौगिकों को छोटे व सरल कार्बनिक यौगिकों में सूक्ष्मा जीवो जैसे कि बैक्टीरिया और कवक, के द्वारा विघटित कर दिया जाता है।
प्रश्न – 10 वीं कक्षा में किण्वन क्या है?
उत्तर – जटिल कार्बनिक यौगिकों (organic Compounds) को जब एन्जाइम की उपस्थिति में छोटे व सरल कार्बनिक यौगिकों (Simplest Carbon compounds) में धीमी प्रक्रिया द्वारा अपघटित किया जाता है तो इसे किण्वन कहते हैं।
प्रश्न – किण्वन क्या है और इसके उपयोग क्या हैं?
उत्तर – किण्वन वह क्रिया है, जिसके अंतर्गत ग्लूकोज़ या शर्करा का अपूर्ण विघटन (Incomplete oxidation) कोशिका के बाहर किया जाता है तथा CO2 तथा सरल कार्बनिक पदार्थ जैसे- लैक्टिक एसिड, मैलिक एसिड, इथाइल एल्कोहल, ऑक्जैलिक एसिड, इत्यादि का निर्माण किया जाता है।
प्रश्न – किण्वन में कौन सी गैस उत्पन्न होती है?
उत्तर – किण्वन की क्रिया होने पर निकलने वाली मुख्या गैस कार्बन डाइऑक्साइड गैस है!
प्रश्न – किण्वन क्या है और किण्वन के प्रकार?
उत्तर – बड़े जटिल कार्बनिक यौगिकों को छोटे व सरल कार्बनिक यौगिकों में सूक्ष्मा जीवो द्वारा बदलना किण्वन कहलाता है। किण्वन चार प्रकार का होता है – मादक किण्वन, लैक्टिक एसिड किण्वन, ब्यूटिरिक किण्वन, और मिश्रित अम्ल किण्वन।
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निष्कर्ष
अपने इस महत्वपूर्ण लेख किण्वन किसे कहते हैं में हमने आपको फर्मेंटेशन अर्थात किण्वन से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कराई। यदि आपको यह लेख पसंद आया हो और इससे आपको कुछ जानकारियां प्राप्त हुई हो तो आपसे अपने मित्रों में भी साझा कर सकते हैं। हमारा यह लेलह किण्वन किसे कहते हैं अंत तक पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद ! बहुत जल्द मिलेंगे हम बायोलॉजी के एक नए रोचक लेख के साथ तब तक के लिए नमस्कार साथियों।